बीकानेर (राजस्थान)। कोरोना संक्रमण के चलते शहर में हैंड सेनेटाइजर और मास्क की मांग बढऩे पर इसकी कालाबाजारी भी तेज हो गई है। आठ रुपए का मास्क 30 रुपए तक बिक रहा है। औषधि विभाग ने 22 मेडिकल शॉप की जांच की ,जिनमें से तीन दुकानदार मास्क अधिक मूल्य पर बेचते पाए गए। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
औषधि विभाग के निरीक्षण के दौरान मुक्ता प्रसाद नगर स्थित मैसर्स रियल प्राइस फार्मा और मां कामाख्या मेडिकल एवं जनरल स्टोर पर थ्री प्लाई मास्क 20 रुपए में बेचा जा रहा था। इसका खुदरा मूल्य 10 रुपए निर्धारित है। इसी प्रकार रामपुरा बस्ती गली नंबर एक में जय कंचन मेडिकल एंड जनरल स्टोर पर टू प्लाई मास्क 30 रुपए में बेचा जा रहा था। नॉन वोवन टू प्लाई मास्क का अधिकतम खुदरा मूल्य आठ रुपए निर्धारित है।
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तीनों दुकानों के विरुद्ध विधिक माप विज्ञान अधिनियम 2009 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। सहायक औषधि नियंत्रक सुभाष मुटनेजा ने बताया कि सभी दवा विक्रेताओं को हैंड सेनेटाइजर की उपलब्धता बनाए रखने और मास्क की कालाबाजारी नहीं करने के निर्देश दिए हैं। विभाग के दल में औषधि नियंत्रक अधिकारी शेखर चंद्र चौधरी, लोकेश सिंह, जितेन्द्र बोथरा तथा विनोद जुनेजा एसीएलएम शामिल थे।
टू प्लाई मास्क की 8 रुपए और थ्री प्लाई मास्क की कीमत 10 रुपए है। सेनेटाइजर का मूल्य सौ रुपए प्रति 200 एमएल निर्धारित है। सभी औषधि विक्रेताओं को यह मूल्य अपनी दुकानों के बाहर अंकित करना होगा। सुभाष मुटनेजा ने बताया कि बिना लेबल व एमआरपी अंकित सेनेटाइजर व मास्क बेचना अपराध है।