Last Updated on December 17, 2019 by The Health Master
देहरादून। पुलिस ने प्रतिबंधित दवाओं के साथ एक मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार कर आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। थानाध्यक्ष पीडी भट्ट के अनुसार आरोपी से अभी पूछताछ की जा रही है, ताकि नशीली दवाइयों का धंधा चलाने वालों के बारे में और जानकारी मिल सके।
जानकारी अनुसार थाना सहसपुर की अलग-अलग पुलिस टीमों ने चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान सेलाकुई में एक होटल के पास जमनपुर गली में आशिक पुत्र कमरूद्दीन निवासी जमनपुर सेलाकुई दो पॉलीथिन लिए आ रहा था। जैसे ही उसने पुलिस को देखा तो वह भागने लगा। शक होने पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आशिक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पॉलीथिन में दवाइयां हैं, जिसका उसके पास कोई बिल नहीं है। दवाइयों को वह नशा करने वालों को बेचकर मुनाफा कमाता है। इस पर दरोगा पंकज कुमार ने मौके पर औषधि निरीक्षक नीरज कुमार को बुलाया। ड्रग इंस्पेक्टर ने आशिक के पास मिली दवाइयों को प्रतिबंधित बताया। आरोपित आशिक के अनुसार उसका सेलाकुई मैन बाजार में मेडिकल स्टोर है। औषधि निरीक्षक नीरज कुमार ने मेडिकल स्टोर में सर्च किया, जहां से चार पेटी अवैध प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की गई। जांच में पता चला कि आरोपी बिना लाइसेंस के ही मेडिकल स्टोर चला रहा था। सामूहिक रूप से औषधि निरीक्षक व थानाध्यक्ष ने आरोपी आशिक से पूछताछ की तो उसने बताया कि मेडिकल स्टोर के लाइसेंस के लिए उसने अप्लाई किया है, लेकिन अभी तक लाइसेंस बन नहीं पाया है। वह आइएसबीटी देहरादून के पास एक मेडिकोज से दवा खरीदता है। सेलाकुई में उसके मेडिकल स्टोर से स्कूल के छात्रों व नशे की प्रवृति वाले लोग दवा खरीदते रहते हैं। वह ज्यादा मुनाफे के लालच में आकर प्रतिबंधित दवा को दोगुने दाम पर बेचता है। आरोपित आशिक के स्टोर से एलपराजोलम की 21 सौ टेबलेट, परवोरिन के 410 कैप्सूल, क्लोविडोल एसआर के 930 कैप्सूल बरामद किए गए। पुलिस ने चार पेटी प्रतिबंधित दवा सील की हैं।