अहमदाबाद। गुजरात में नकली टोसिलिजुमैब इंजेक्शन बनाने वाले रैकेट का खुलासा होने पर इस मामले में अहमदाबाद और सूरत से दो और लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनके पास से टोसिलिजुमैब के 25 नकली इंजेक्शन भी जब्त किए गए हैं।
गौरतलब है कि बीते सप्ताह अहमदाबाद-सूरत के फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट ने नकली टोसिलिजुमैब इंजेक्शन बनाने वाले रैकेट का खुलासा किया था। इस मामले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपी सोहेल के घर से फिलिंग मशीन, सीलिंग मशीन, कोडिंग मशीन और नकली इंजेक्शन बरामद हुए थे। इनकी कीमत 8 लाख रुपए होने का अनुमान है। टोसिलिजुमैब इंजेक्शन का इस्तेमाल कोरोना के इलाज में किया जा रहा है।
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इसे दुनिया में सिर्फ स्विटजरलैंड की एक कंपनी बनाती है। फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट के मुताबिक अहमदाबाद के संजीवनी अस्पताल में डॉ. देवांग शाह एक मरीज को टोसिलिजुमैब इंजेक्शन लगा रहे थे। उन्हें कुछ शक हुआ तो जांच की। इंजेक्शन की डिजाइन, कलर और पैकिंग देखकर उसके नकली होने का शक और पुख्ता हो गया। डॉ. शाह ने मरीज के परिजनों से उस मेडिकल स्टोर की जानकारी जुटाई, जहां से इंजेक्शन खरीदा गया था।
इंजेक्शन साबरमती इलाके में स्थित एक मेडिकल स्टोर से खरीदा गया था। फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई में पता चला कि मेडिकल स्टोर मालिक ने बिना बिल के 80 हजार रुपए के इंजेक्शन सोहेल से खरीदे थे। इसके बाद विभाग ने सोहेल के घर पर छापेमारी कर पूरे रैकेट का खुलासा कर दिया। इसमें हर्ष ठाकोर भी शामिल था।
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