Artificial Intelligence से पता चलेगा भविष्य में होने वाली बीमारियों का: Study

इस शोध को Journal of Pharmacokinetics and Pharmacodynamics में प्रकाशित किया गया है.

328
Artificial intelligence Brain
Picture: Pixabay

Last Updated on January 14, 2024 by The Health Master

Artificial Intelligence से पता चलेगा भविष्य में होने वाली बीमारियों का

न्यूयॉर्क की स्टेट यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ बफैलो (University at Buffalo) के साइंटिस्टों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) की एक नई प्रणाली विकसित की है, जो मरीज में उम्र बढ़ने के साथ होने वाली गंभीर बीमारियों की जानकारी पहले से दे देगी.

इस शोध को ‘जर्नल ऑफ फार्माकोकायनेटिक्स एंड फार्माकोडायनेमिक्स (Journal of Pharmacokinetics and Pharmacodynamics)’ में प्रकाशित किया गया है.

इस मॉडल में उपापचय यानी मेटाबॉलिक (Metabolic) और कार्डियोवस्कुलर (Cardiovascular) यानी धमनी और हार्ट संबंधी (arterial and cardiac) बायोमार्कर (Biomarkers) का प्रयोग किया जाएगा.

इसे मापने की जैविक प्रक्रिया (Biological process) के जरिये शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level), बॉडी मास इंडेक्स (Body mass index), ग्लूकोज (Glucose) और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) का आंकलन कर सेहत का हाल पता लगाया जाएगा.

साथ ही लोगों के लाइफटाइम में उससे होने वाली बीमारियों का अंदेशा भी वैज्ञानिक आधार (scientific basis) पर आंका जाएगा.

इस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) मॉडल के जरिये व्यक्ति की उम्र बढ़ने से उसके पाचन और श्वसन संबंधी (digestive and respiratory) रोगों के खतरे का आंकलन होगा.

उम्र बढ़ने के साथ शरीर में होने वाले परिवर्तन का कोशिकाओं, मानसिक स्थिति और व्यवहार संबंधी गतिविधियों पर विपरीत असर पड़ता है.विज्ञापन

क्या कहते हैं जानकार

यूनिवर्सिटी ऑफ बफैलो (University at Buffalo) के स्कूल ऑफ फार्मेसी एंड फार्मास्युटिकल साइंस  (School of Pharmacy and Pharmaceutical Sciences) के प्रोफेसर मुरली रामनाथन (Murali Ramanathan) का कहना है, ‘इस जानकारी से हम किसी बीमारी के विकास क्रम को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे. साथ ही भावी मरीजों को भी अपने बचाव के लिए पर्याप्त समय मिलेगा.’

उन्होंने आगे कहा, ‘कई क्लिनिकल थैरेपी (clinical therapy) के जरिये मरीजों को उस बीमारी की ओर बढ़ने से रोका जा सकता है.

इस मॉडल से दीर्घावधिक क्रॉनिक ड्रग थेरेपी (long term chronic drug therapy) का भी आंकलन किया जा सकेगा, जिससे डाक्टरों को डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के इलाज में निगरानी रखने में भी मदद मिलेगी.’

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) का मतलब एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करने से है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कंप्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप माना जाता है और इसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है, जिसमें कंप्यूटर सोच सके, यानी कंप्यूटर का ऐसा दिमाग, जो इंसानों की तरह सोच सके.

Daily कितने Iron की जरूरत है आपको: जानिए सही quantity

Medicine की गोली से मिल सकेगा exercise जितना फायदा: Study

5 Benefits of using Niacinamide in Skincare cosmetics

Olive Oil से जुड़े 7 झूठ और उनका सच: Must know

Omicron को लेकर Questions: यें रहे Doctor द्वारा दिए गए Answers

Symptom दिखने से पहले कोरोना का पता लगाएगी Smart watch: Study

Omicron in India: ओमीक्रोन से बचने के ल‍िए ये एहतियात बरतें:…

Omicron के खिलाफ असरदार साबित हो सकती है Covaxin: ICMR

Study: इन Blood Group वालों को जल्दी चपेट में लेता है Corona

Customer’s Right during visit at Medical Store / Pharmacy

For informative videos on consumer awareness, click on the below YouTube icon:

YouTube Icon

For informative videos by The Health Master, click on the below YouTube icon:

YouTube Icon

For informative videos on Medical Store / Pharmacy, click on the below YouTube icon:

YouTube Icon

For informative videos on the news regarding Pharma / Medical Devices / Cosmetics / Homoeopathy etc., click on the below YouTube icon:

YouTube Icon

For informative videos on consumer awareness, click on the below YouTube icon:

YouTube Icon
Telegram
WhatsApp
Facebook
LinkedIn
YouTube Icon
Google-news