शिमला (हप्र)। औषधि विभाग ने शहर में कई दवा दुकानों पर जांच की। दुकानों से दवाओं के 20 सैंपल लेकर जांच के लिए कंडाघाट लैब भेजे गए हैं।
अब जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि दवा दुकानों पर बेची जा रही दवाइयां कितनी गुणवत्तायुक्त हैं। गौरतलब है कि शिमला के दवा दुकानदार नियम के तहत काम करें, इसके लिए हाल ही में सात दवा दुकानों के लाइसेंस भी कैंसिल किए जा चुके हैं।
दवा दुकानों पर छापेमारी के बाद यह बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई थी। अब दवा दुकानों से फिर से 20 सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं।
पिछले माह सात दवा दुकानों का लगभग सात दिन के लिए लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया। जिला दवा निरीक्षक के मुताबिक दवा दुकानदारों को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वे तय नियमों के तहत दवाओं का रिकॉर्ड रखें, जिसमें खास तौर पर शेड्यूल्ड मेडिसिन को सही तरह से रखने के निर्देश दिए गए हैं।
गौर हो कि जारी निर्देशों के तहत यह साफ किया गया है कि दवा दुकानों को चलाने के लिए जो दिशा-निर्देश दिए गए हैं, उसमें दवा दुकान मालिक काफी लापरवाही बरतते हैं।
इसमें खास तौर पर दवाओं की खरीददारी के रिकॉर्ड को सही तरह नहीं रख पाते हैं। जिस पर यह खिंचाई की जाती है।
बताया जा रहा है कि एक तय प्रक्रिया के तहत सभी दवा दुकानों से दवा सैंपल जांच के लिए लैब भेजे जाते हैं, जिसमें अब फिर से दवा सैंपल जांच के लिए लिए गए हैं।
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