अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) का मानना है कि कोनोना वायरस (Covid-19) से संक्रमित अधिकांश लोगों में उस वक्त लक्षण दिखाई देते हैं जब वह मरीज को पूरी तरह से अपने चपेट में ले लेता है। यह वह समय होता है जब पीड़ित व्यक्ति बुरी तरह से बीमार पड़ जाता है। उसे तेज बुखार होता है और लगातार खांसी आने लगती है।
यह वही समय होता है जब मरीज सबसे ज्यादा संक्रमण को फैलाता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि इसी समय के दौरान कोविड-19 का संक्रमण फैलता है। जब तक लोगों में इस बीमारी के लक्षण दिखाई नहीं देते तब तक इस घातक वायरस से पीड़ित शख्स पूरी तरह से अंजान रहता है। आमतौर पर कोरोना संक्रमित में 2 से 14 दिन में शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं।
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सीडीसी ने बताया कि ताजा अध्ययन में पाया गया है कि 98% कोरोना संक्रमित लोगों में 12वें दिन (11.5 दिन) इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं। शोध में यह भी पाया गया है कोरोना संक्रमित बहुत से लोग बीमारी के स्पष्ट लक्षण दिखने के बाद भी कई दिनों तक इसे छुपाकर रखते हैं। व्यक्तिगत रूप से किसी व्यक्ति पर लक्षण दिखने के बाद उसे कम से कम तीन दिनों के लिए पृथक (आइसोलेशन में) रहने के लिए कहा जाता है। हालांकि ऐसा तभी संभव है जब शुरुआती दौर कोरोना के लक्षण दिखाई दें।
लेकिन जब इसके लक्षण स्पष्ट दिखने लगते हैं तो यह कहना मुश्किल होता है कि कितने समय तक वह दूसरों के लिए खतरा नहीं है। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है कि जिसे इस बीमारी के लक्षण है वह अपने आस-पास के बाकी लोगों से दूरी बनाकर रखें और लोगों के संपर्क में न आएं इसका भी ख्याल रखें।
जो भी लोग अनजाने में कोरोना के चपेट में आ जाते हैं वे लक्षण दिखने के पहले ही दूसरों में संक्रमण बांटना शुरू कर देते हैं। तब तक आपको कोरोना के स्पष्ट लक्ष्ण नहीं दिखते तब तक आपको पता नहीं चल सकता कि आप भी इस बीमारी के चपेट में आ चुके हैँ या नहीं।