अम्बाला, बृजेन्द्र मल्हौत्रा -“दवा बनाना व बेचना व्यपार ही नही जनसेवा भी है “इस वाक्य को दवा व्यपारी मध्यनजर रख दवा विक्रय का कार्य करने में विश्वास रखते हैं परन्तु निर्माता ने क्या मिश्रण तैयार किया इस बात से अनभिज्ञ रहते हैं ।
दूसरी और दवा निर्माता भी दवा निर्माण व विक्रय कार्य मे पूरी सावधानी तो बरतते हैं परन्तु किसी समय किसी भी लापरवाही के कारण जीवन खतरे में डल जाए तो सारी चोकसाई धरी की धरी रह जाती है ऐसे में जीवन तो वापिस नही आ सकता परन्तु मलाल अवश्य दिल मे टीसता रहता है ।
ऐसे में “अब पछताए होत क्या जब चिड़ियां चुग गई खेत ” वाली बात ही रह जाती है ।
कालाअंब हिमाचल के एक नामी दवा निर्माता द्वारा बच्चों के जुकाम बुखार से निजात पाने हेतु “कोल्ड बेस्ट –पी सी” के से बैच न0 DL 5201 निर्माण तिथि 9/2019 अवसान तिथि 8/2021 दवा निर्माण किया और अपने काम से संतुष्ट मान दवा मांग अनुसार थोक दवा विक्रेताओं को बेच दी ।
जम्मू कश्मीर में चिकित्सकों के सुझाने पर इस दवा के सेवन से कई बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हुआ और बच्चे काल का ग्रास बन गए इस बात की बारीकी से जांच करने पर पाया कि इस दवा में “”डाइथिलीन ग्लाइकोल“” नामक केमिकल मिला हुआ था जो दवा निर्माण में काम नही आता इसके सेवन से किडनी खराब होने से भयानक परिणाम सामने आए कुछ देर में ही बच्चों की मौत एक के बाद एक होने लगी
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जम्मू कश्मीर के राज्य औषधि नियंत्रक ने सारे मामले की बारीकी की जानकारी ड्रग्स कन्ट्रोल जनरल ऑफ इंडिया के संज्ञान में लाए , ड्रग्स कन्ट्रोल जनरल ऑफ इंडिया ने भी सभी रिपोर्ट्स को जांच कर देश भर के राज्य औषधि नियंत्रकों को आदेश दिए कि इस उत्पाद के निर्माता व विक्रेताओं की कड़ी जांच करें ।
इसकी अनुपालन करते हुए रविवार को देश भर में कई जगह छापेमारी की गई कालाअंब स्थित निर्माण स्थल से मिली जानकारी अनुसार जहाँ जहाँ इस दवा को विक्रय किया गया वहाँ वहाँ छापेमारी की गई
इस कड़ी में सहायक ड्रग्स कन्ट्रोल ऑफिसर ललित गोयल की अगुआई में जोनल लाइसेंसिंग ऑथिरिटी सुनील चौधरी व ड्रग्स कन्ट्रोल ऑफिसर परवीन चौधरी की टीम ने 51 औद्योगिक क्षेत्र अम्बाला केंट स्थित होलसेलर के पास से वर्णित बैच न0 का स्टॉक मिल गया जिसे मोके पर सील कर विभाग ने कब्जे में ले लिया
निकलसन रोड स्थित शिवा मेडिकल एजेंसी से भी इस जनस्वास्थ्य के लिए घातक स्टॉक मिल गया जिसे सील कर विभाग ने कब्जे में ले लिया ।
मोके की नजाकत को ध्यान में रख पल पल की निगरानी कर रहे राज्य औषधि नियंत्रक नरेन्द्र आहूजा भी मौके पर पहुंच गए जिन्होंने दुकानदार को इस दवा से जम्मू कश्मीर में बच्चों की असमय मृत्यु दवा से हुई के कारण हर दवा के क्रय विक्रय व उचित रख रखाव हेतु चौकन्ना रहने की हिदायतें दी
उल्लेखनीय है कि इस दवा की सेल अभी हरियाणा के किसी कोने में न होने से संतोष व्यक्त किया स्टॉक अवश्य मिला जिसे विभाग ने चोकसाई बरतते हुए कब्जे में ले लिया इतना ही नही इस बैच न0 के बाद निर्मित अन्य बैच की दवा के भी सेम्पल लिए व रिपोर्ट आने तक एक भी यूनिट न बेचने के आदेश जारी कर दिए ।