Last Updated on December 17, 2019 by The Health Master
मुजफ्फरनगर। जिला परिषद मार्केट से नशे की दवाएं लेकर पंजाब, हरियाणा व उत्तराखंड में सप्लाई करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने 1.42 करोड़ रुपये कीमत की नशे की दवाइयां बरामद की हैं।
गिरोह को नशीली दवाएं सप्लाई करने वाला मेडिकल एजेंसी का संचालक फरार है।शुक्रवार सुबह पुलिस लाइन सभागार में प्रेसवार्ता कर एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि औषधि विभाग, क्राइम ब्रांच व सिविल लाइंस थाना पुलिस ने संयुक्त अभियान के तहत महावीर चौक से साहिल उर्फ शाहवेज पुत्र रिजवान निवासी दक्षिणी खालापार को गिरफ्तार किया।
पूछताछ के बाद आरोपी की निशानदेही पर अलंकार मार्केट के पीछे स्थित किराए पर लिए मकान में बनाए गोदाम में छापा मारकर तीन अन्य आरोपियों सुशील पुत्र विनोद निवासी अलमासपुर, सब्बन पुत्र शब्बीर निवासी मोहल्ला खादरवाला और फरमान पुत्र लियाकत निवासी गांव गोधना पुरकाजी को भी गिरफ्तार किया।
एसएसपी ने बताया कि उक्त गोदाम से भारी तादाद में नशे दवाएं बरामद हुईं, जो बिना लाइसेंस की थीं। बाजार में इन दवाओं की कीमत 1.42 करोड़ रुपये है।
आरोपियों ने पूछताछ में जिला परिषद स्थित राजीव मेडिकल एजेंसी से नशे की दवाइयां खरीदने की जानकारी दी, जिस पर उक्त एजेंसी पर भी छापा मारा गया, लेकिन एजेंसी संचालक अनूप गर्ग फरार हो गया। जिला औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि नशे की 54 तरीके की दवाएं और इंजेक्शन आदि शामिल हैं। इनके 14 तरह के नमूने भी संग्रहित किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
ये दवाइयां की गईं बरामद
– नॉरकोटिक्स ड्रग्स ट्रामाडॉल से निर्मित क्लॉविडाल-100 एसआर की छह लाख टैबलेट (गोलियां)।
– लॉर्जपेम की 36 हजार टैबलेट।
– अल्प्राजॉल्म की 53 हजार टैबलेट।
– अन्य 30,600 टैबलेट।
– 12,700 इंजेक्शन।
– कॉडाइन के 1,440 सीरप।