Pain Killer: नए प्रकार की दर्द निवारक दवाएं बनाने की तैयारी, होंगी काफी safe: Study

हमने ब्रेन में एक नए रास्ते को अलग किया, जो उन रिसेप्टरों पर ज्यादा असर डालते हैं जो और उपभोग के लिए प्रेरित करता है.

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Picture: Pixabay

Last Updated on October 26, 2024 by The Health Master

Pain Killer: नए प्रकार की दर्द निवारक दवाएं बनाने की तैयारी, होंगी काफी safe

अमेरिकी यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स की एक टीम ने एक ऐसे नए ओपिओइड डिजाइन (opioid design) की संभावना बनाई है, जो ब्रेन में आनंद की अनुभूति कराने वाले हिस्से को बाइपास करते हुए एनालजिसिक गुणों (analgesic properties) को बनाए रखेगा, जिससे कि वह बहुत ही अच्छा और सुरक्षित दर्द निवारक (pain relievers) हो सकता है. 

यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन (University of Washington) में एनिस्थिसियोलाजी एंड पेन मेडिसिन (Anesthesiology and Pain Medicine) में एक्टिंग इंस्ट्रक्टर और इस स्टडी के चीफ राइटर डेनियल कास्त्रो (Daniel Castro) ने बताया कि हमने एक बड़े स्त्रोत (source) की पहचान की है कि एमयू-ओपिओइड (mu-opioid) किस प्रकार से काम करता है. हमने सिस्टम के काम करने का एक ब्लूप्रिंट उपलब्ध कराया है.

रिसर्चर्स ने ब्रेन के न्यूक्लियस एक्यूमबेंस (nucleus accumbens) की स्टडी की, जो रिवॉर्ड (Reward) सर्किट का एक अहम हिस्सा है.

जब हम कुछ भी करते हैं तो माना जाता है कि वह कुछ न कुछ रिवॉर्डिंग होगा. ब्रेन के इस हिस्से के डोपामाइन न्यूरांस हमें आनंद की अनुभूति कराते हुए और की इच्छा पैदा करता है. इस स्टडी के निष्कर्षों को नेचर (Nature) जर्नल में प्रकाशितकिया गया है.

क्या कहते हैं जानकार

एक अन्य रिसर्चर माइकल ब्रुचास (Michael R. Bruchas ) ने बताया कि अफीम (opium) जैसे एमयू-ओपिओइड (mu-opioid) ब्रेन में विशिष्ट रिसेप्टर (specific receptor) पर ताले के लिए चाबी जैसे काम करते हैं.

हमने ब्रेन में एक नए रास्ते को अलग किया, जो उन रिसेप्टरों पर ज्यादा असर डालते हैं जो और उपभोग के लिए प्रेरित करता है.

उन्होंने पाया कि ओपिओइड रिसेप्टर ब्रेन के उस हिस्से में पाए जाते हैं, जिसे डोर्सल रैफ (dorsal raphe) न्यूक्लियस कहते हैं और यह पिछले हिस्से में स्थित होता है.

वे रैफ और मस्तिष्क के अगले हिस्से में स्थित न्यूक्लियस एक्यूमबेंस (nucleus accumbens) के बीच संवाद को बदलने के लिए काम करता है. यह निष्कर्ष तो बड़ा ही अनपेक्षित था.

ब्रुचास ने बताया कि पहले की स्टडी इस पर ज्यादा केंद्रित रही कि एमयू-ओपिओइड रिसेप्टर किस प्रकार से डोपामाइन ट्रांसमिशन को बदल देता है.

लेकिन फार्मास्युटिकल कंपनियों को ज्यादा सुरक्षित ओपिओइड बनाने के लिए डोर्सल रैफ से न्यूक्लियस एक्यूमबेंस तक के मार्ग को दवा के जरिये या तो बाइपास या फिर कोई नया मार्ग बनाना होगा.

कैसे हुई स्टडी

स्टडी के दौरान रिसर्चर्स ने इसलिए ओपिओइड पेप्टाइड रिसेप्टर एमओपीआर (MPOR) पर ध्यान केंद्रित किया.

जब उत्तेजित एमओपीआर (MPOR) श्वसन प्रक्रिया में बदलाव लाता है, जबकि एनालजिसिया रिवार्ड व्यवहार से उस पदार्थ के दुरुपयोग और ओवरडोज की आशंका बढ़ती है.

ओपिओइड दर्द निवारक (opioid pain relievers) का सर्वाधिक दुरुपयोग होता है. उसके फंक्शन को बदलने से बेचैनी बढ़ सकती है और उसका दुरुपयोग बढ़ सकता है.

इसीलिए हेरोइन या अफीम जैसे मादक पदार्थो का नशा करने वालों के लिए उसे छोड़ना मुश्किल होता है. नई खोज ने ओपिआइड से बेहतर और सुरक्षित दर्द निवारक दवाओं का विकास हो सकेगा.

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